भाषा के ही द्वारा मैं, तेरा पैग़ाम सुनती हूँ। भाषा के ही द्वारा मैं, तेरा पैग़ाम सुनती हूँ।
लहू के हर कतरे में वंदे मातरम और हिंदुस्तान लिख दो। लहू के हर कतरे में वंदे मातरम और हिंदुस्तान लिख दो।
बसंत ऋतु आगमन है परदेश से लौटे साजन हैं , बेसबरी से इंतेजार था जिन आँखों को उनका बसंत ऋतु आगमन है परदेश से लौटे साजन हैं , बेसबरी से इंतेजार था जिन आँ...
रंगोली है मेरा नाम घर सजाना मेरा काम, रंगों से मैं सजी हुई फूलों से मैं घिरी हुई, ह रंगोली है मेरा नाम घर सजाना मेरा काम, रंगों से मैं सजी हुई फूलों से मैं...
रुक जाइये न, नज़र मिलाइये न, इस तरह मुँह फेर कर जाइये न। रुक जाइये न, नज़र मिलाइये न, इस तरह मुँह फेर कर जाइये न।
बस गलती तो नजरों की है जो तुझको अपना, दिल दे बैठे ! बस गलती तो नजरों की है जो तुझको अपना, दिल दे बैठे !